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पैक्स कर्मचारियों की हुंकार: महासंघ का जंगी प्रदर्शन 23 सितंबर को

भोपाल, 16 सितंबर 2024: सहकारिता समिति कर्मचारियों के महासंघ ने पैक्स (प्राथमिक कृषि साख समितियों) कर्मचारियों के प्रति हो रहे अन्याय के खिलाफ बड़ी हुंकार भर दी है। प्रदेश के कई पैक्स कर्मचारियों पर जिला प्रशासन द्वारा की जा रही FIR जैसी दंडात्मक कार्यवाही से महासंघ आक्रोशित है। इस संदर्भ में महासंघ ने 22 सितंबर को होटल ब्लूस्टार में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया है, जिसमें पैक्स कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए विशेष रणनीति बनाई जाएगी।महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष, कु. बी. एस. चौहान ने कहा, “यह समय संघर्ष का है। पैक्स कर्मचारी विक्रेता इस समय बेहद दयनीय परिस्थितियों में काम कर रहे हैं। कोरोना काल के दौरान खाद्यान्न वितरण में हुई असुविधाओं के चलते कर्मचारियों पर FIR दर्ज करना अत्यंत अनुचित है। महासंघ इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।”बैठक के एजेंडे में कई महत्वपूर्ण बिंदु शामिल हैं, जिनमें प्रमुख हैं

1-:POS मशीनों में वितरण की विसंगतियों को सुलझाना: कोरोना काल में ऑफलाइन वितरण को POS मशीनों में तत्काल कम करने की मांग की जा रही है।

2-FIR की कार्यवाही को वापस लेना: जिन कर्मचारियों पर FIR दर्ज की गई है, उसे तुरंत वापस लिया जाए।

3-पदोन्नति की प्रक्रिया: 60 प्रतिशत पैक्स कर्मचारियों को जिला बैंकों में पदोन्नत किया जाए।

4-वेतन वृद्धि का भुगतान: कर्मचारियों की वेतन वृद्धि का भुगतान तत्काल किया जाए।

महासंघ का दावा है कि अगर प्रशासन ने उनकी मांगों को नहीं माना, तो 23 सितंबर को जंगी प्रदर्शन करके शासन प्रशासन को चुनौती दी जाएगी। “हम कर्मचारी हित के लिए हमेशा खड़े रहे हैं और अब यह समय है कि सभी कर्मचारी संगठनों को एकजुट होकर महासंघ का साथ देना चाहिए।” कु. बी. एस. चौहान ने स्पष्ट संदेश दिया कि अगर कोई कर्मचारी संगठन इस आंदोलन में शामिल नहीं होता, तो उसे कर्मचारी हित की बात करने का हक नहीं है।महासंघ का संदेश: “महासंघ कहता ही नहीं, करके दिखाता है।”23 सितंबर को होने वाला प्रदर्शन प्रशासन के लिए एक कड़ा संदेश होगा कि अगर कर्मचारियों के साथ अन्याय होगा, तो महासंघ चुप नहीं बैठेगा।

बी. एस. चौहान, प्रदेश अध्यक्ष, पैक्स कर्मचारी संघ, मध्यप्रदेश का बयान

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“यह हमारे कर्मचारियों के सम्मान और अधिकारों की लड़ाई है। कोरोना काल के दौरान विकट परिस्थितियों में भी पैक्स कर्मचारियों ने बिना किसी संसाधन और सुविधा के जनता की सेवा की। अब उन पर FIR जैसी दंडात्मक कार्यवाही किया जाना पूर्णतया अस्वीकार्य है। हम इस अन्याय के खिलाफ अंतिम दम तक लड़ेंगे। महासंघ ने हमेशा कर्मचारियों के हितों के लिए ठोस कदम उठाए हैं और इस बार भी हम पीछे नहीं हटेंगे। शासन-प्रशासन को यह समझना होगा कि पैक्स कर्मचारी राज्य के सहकारिता ढांचे की रीढ़ हैं, और उनके साथ किसी भी प्रकार का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 23 सितंबर को होने वाला हमारा जंगी प्रदर्शन इस संघर्ष की शुरुआत है, और हम इसे तब तक जारी रखेंगे जब तक हमारे कर्मचारियों को न्याय नहीं मिल जाता।

“- बी. एस. चौहान,
प्रदेश अध्यक्ष, पैक्स कर्मचारी संघ, मध्यप्रदेश

Mukesh Singh

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