कोलारस

कोलारस की राजनीति में दक्षिण की फिल्मों का तड़का!

कुर्सी से ऐसे चिपके , कि फेविकोल भी शर्माए

कोलारसनगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष श्री रवींद्र शिवहरे इन दिनों राजनीति के मैदान में नहीं, बल्कि फिल्मी सेट पर नजर आ रहे हैं। जी हां, यह कोई साधारण नेता नहीं, बल्कि खुद को ‘विलेन’ की भूमिका में ढाल चुके हैं। फिल्मी स्टाइल में घुसते हुए, नगर पालिका के कामकाज में ऐसे हस्तक्षेप कर रहे हैं, जैसे कि वह कोई सुपरहिट साउथ इंडियन मूवी के खलनायक हों।जिस अधिकार से वह नगर पालिका के हर काम में दखल दे रहे हैं, वह जनता को भी समझ नहीं आ रहा है। क्या यह ‘अधिकार’ उन्हें किसी फ़िल्मी डायरेक्टर ने दिया है या फिर यह कोई नया “दबंग” ट्रेंड है? जो भी हो, शिवहरे साहब की यह दबंगई शहर के लोगों को अब किसी बड़े सस्पेंस-थ्रिलर की तरह लग रही है, जहाँ हर दिन एक नया ट्विस्ट सामने आता है।जनता के मन में भी सवाल उठ रहे हैं – क्या नगर पालिका का कामकाज अब फिल्मों से प्रेरणा लेने लगा है? या फिर पूर्व अध्यक्ष रवींद्र शिवहरे साहब ने कोई साउथ की फिल्म देखकर उसमें से कुछ सीखा है? उनके यह ‘विलेन स्टाइल’ में प्रवेश और हर काम में नाक घुसेड़ना, किसी फिल्म के खलनायक को भी शर्मिंदा कर सकता है।अब देखना यह होगा कि इस फिल्मी विलेन के रोल को निभाते-निभाते वह कब तक जनता को चौंकाते रहेंगे। जनता तो यही चाहती है कि यह सिनेमा जल्द खत्म हो और असल ज़िन्दगी में नगर पंचायत का कामकाज बिना किसी फिल्मी ड्रामा के सुचारू रूप से चले।

Mukesh Singh

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