Breaking News

बीआरसी के.पी. जैन की तत्परता से बदली तस्वीर: स्कूलों में अनुशासन, शिक्षक निभा रहे जिम्मेदारी

कोलारस हलचल ने 12सितंबर के अंक में उठाया था बंद स्कूलों का मुद्दा

कोलारस– बीआरसीसी के.पी. जैन द्वारा सुदूर अंचल के स्कूलों का निरीक्षण करना एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ, जिससे विद्यालयों में अनुशासन और शिक्षकीय कार्यों की गंभीरता सुनिश्चित हुई। क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति और शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन देखने के लिए श्री जैन ने प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों का भ्रमण किया।

कोलारस हलचल द्वारा पहले प्रकाशित खबर में कुछ स्कूलों के समय से पहले बंद होने और शिक्षकों के अनियमित आचरण की ओर ध्यान आकर्षित किया गया था। खबर में कहा गया था कि कुछ शिक्षक भारी बारिश का बहाना कर घर पर पकोड़े खाने में व्यस्त थे और स्कूलों में अनुशासन की कमी थी। इस रिपोर्ट का तत्काल असर देखा गया, जब बीआरसीसी के.पी. जैन ने क्षेत्र का दौरा किया और सुनिश्चित किया कि सभी विद्यालय सही समय पर संचालित हो रहे हैं।

खरई क्षेत्र में किए गए इस दौरे में जनशिक्षक प्रदीप नरवरिया भी साथ रहे। श्री जैन ने पाया कि अधिकतर विद्यालय सुचारू रूप से संचालित हो रहे हैं, शिक्षक शासन की योजनाओं को विभागीय ऐप के माध्यम से क्रियान्वित कर रहे हैं। हालांकि, निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय पङोराडांग की शिक्षिका नीलम शर्मा और पी.एम. श्री खरई की शिक्षिका हेमा साहनी बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाई गईं, जिन पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

बीआरसीसी के.पी. जैन ने सभी शिक्षकों को समय पर उपस्थित रहने और शिक्षकीय कार्यों को पूरी निष्ठा से निभाने के निर्देश दिए, जिससे स्कूलों में अनुशासन और गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। उनके इस भ्रमण ने यह प्रमाणित किया है कि विभाग अब किसी भी ढिलाई को बर्दाश्त नहीं करेगा और शिक्षकों से अपेक्षा करता है कि वे विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिए पूर्ण समर्पण दिखाएं।

इस सक्रिय पहल से यह साफ हो गया है कि बीआरसीसी की कार्यशैली में तेजी और समर्पण है, जिसका उद्देश्य शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाना और स्कूलों में अनुशासन बनाए रखना है।

Mukesh Singh

Related Articles

Back to top button