
खरई के किसान गोपाल जाटव की गुहार: पानी में तैरती फसल, कौन सुनेगा हमारी फरियाद?” “कोलारस में बर्बाद फसल का संकट: सोशल मीडिया पर किसान की सरकार से सीधी अपील
कोलारस क्षेत्र में भारी बारिश ने किसानों की समस्याओं को और बढ़ा दिया है। लुकवासा, खतौरा, बदरवास, खरई तेंदुआ, रन्नौद सहित कई गांवों में सोयाबीन और उड़द की फसलें कटी पड़ी थीं, जिन्हें तेज बारिश ने जलमग्न कर दिया। इसी संकट के बीच खरई गांव के किसान गोपाल जाटव ने सोशल मीडिया पर एक दिल दहलाने वाला वीडियो जारी किया है,देखें वीडियो
जिसमें उनकी कटी हुई फसल पानी में तैरती नजर आ रही है।वीडियो में गोपाल जाटव ने सरकार और प्रशासन से सीधी अपील की है: “हमारी फसलें तो पहले ही बारिश की मार झेल रही थीं, अब जो कटी फसल पानी में डूब गई है, उसे कौन खरीदेगा? हमारा भविष्य अंधकारमय लग रहा है।” इस अपील ने न सिर्फ क्षेत्र के किसानों, बल्कि पूरे राज्य में हलचल मचा दी है।गोपाल का दर्द अकेला नहीं है। कोलारस के कई गांवों में किसानों की स्थिति एक जैसी है। कई किसान अपनी फसल की बर्बादी देखकर निराश हैं, और इस उम्मीद में हैं कि सरकार उनकी परेशानी को समझेगी और त्वरित राहत पैकेज की घोषणा करेगी।सोशल मीडिया बना सहारा: सोशल मीडिया इस बार किसानों के लिए एक बड़ा मंच साबित हो रहा है। गोपाल जाटव जैसे किसानों ने अपनी आवाज को सीधे प्रशासन और सरकार तक पहुंचाने के लिए इस माध्यम का सहारा लिया है। वीडियो को तेजी से वायरल होते देख सरकार पर दबाव बढ़ रहा है कि वो जल्द से जल्द किसानों के लिए राहत कदम उठाए।अब देखना यह है कि सरकार इस गंभीर स्थिति पर कैसे प्रतिक्रिया देती है और क्या वाकई गोपाल जाटव की आवाज़ सत्ता के गलियारों तक पहुंच पाती है, या फिर किसान कोलारस के खेतों में अपनी मेहनत की फसल को बर्बाद होते ही देखते रहेंगे?




